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नरसिंहपुर। मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर जिले में खाकी वर्दी का अमानवीय चेहरा सामने आया है, यहां होली के दिन पुलिस के दो आरक्षकों ने एक युवक की बेरहमी से पिटाई की। अब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद पुलिस अधीक्षक मृगाखि डेका ने कार्रवाई करते हुए पिटाई करने वाले दोनों आरक्षकों को लाइन अटैच कर दिया है।
नरसिंहपुर पुलिस अधीक्षक मृगाखि डेका ने मामले को संज्ञान में लेते हुए तत्काल शुभम और सोनू दोनों आरक्षकों को लाइन अटैच करते हुए विभागीय जांच बैठा दी है। दोनों आरक्षक मुंगवानी थाने में पदस्थ है। प्राथमिक जांच में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने भी माना कि दोनों आरक्षकों की गलती हुई हैं। वहीं इस बात की भी जांच की जा रही कि पीड़त को कहां पर मारा गया और झगड़े की असली वजह क्या है। फिलहाल पीड़ित का जिला अस्पताल में इलाज चल रहा हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संदीप भूरिया ने बताया कि दो आरक्षकों के द्वारा एक व्यक्ति के साथ मारपीट की गई थी, इसमें पुलिस अधीक्षक महोदया ने संज्ञान लेते हुए दोनों आरक्षकों को लाइन अटैच करने की कार्रवाई की है। इसमें जांच के बाद जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके अनुसार उचित विभागीय कार्रवाई की जाएगी।

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नरसिंहपुर। पद और बल मिलते ही व्यक्ति कितना अहंकारी और घमंडी हो जाता है, इसका ताजा उदाहरण मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में देखने को मिला है। जहां एक बीजेपी नेता का होली पर रंग लगाने आए शख्स को लात मारने का कथित वीडियो वायरल हो रहा है।
वीडियो में देखा गया कि होली पर्व पर आशीर्वाद लेने आए शख्स के ऊपर उन्होंने ऐसे लात रखी, जैसे वो कोई राजा और नीचे बैठा वृद्ध उनका सेवक है। वहीं सड़क पर भी एक शख्स को लात मारने का कथित वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
वीडियो तेंदूखेड़ा नगरपालिका अध्यक्ष विष्णु शर्मा का है। जिसके मुताबिक, एक अधेड़ उम्र का शख्स होली पर्व पर विष्णु शर्मा का पैर छूने पहुंच गया। फिर क्या था, कुर्सी पर बैठे बीजेपी नेता ने उनके कंधे पर लात रख दी। वहीं इसी से जुड़ा एक और वीडियो में उन्हें एक युवक पर लात बरसाते देखा गया।
वीडियो वायरल होने के बाद भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष उदित शर्मा ने उनके समर्थन में पोस्ट कर कांग्रेस और मीडिया पर निशाना साध दिया। उदित शर्मा ने लिखा, “कांग्रेसियों व फर्जी पत्रकारों देख लो। रंजन अग्रवाल को पता है आखिर में साथ कौन देगा? तेंदूखेड़ा का माहौल तुम वहां से बैठ कर खराब न कर पाओगे, ना होगा। फर्जी वीडियो फैलाना बंद करो। होली के शुभ पर्व पर रंजन भाई आशीर्वाद लेते हुए अध्यक्ष जी का….हैप्पी होली।”
वीडियो बड़े नेताओं तक पहुंचा तो बवाल मच गया। इस मामले मेंआज बीजेपी जिला अध्यक्ष रामसनेही पाठक ने बताया कि भाजपा ने मामला में संज्ञान लिया है। भाजयुमो के मंडल अध्यक्ष उदित शर्मा ने भी इसे संभवतः पोस्ट किया है, हम उनका भी पक्ष जानेंगे। भाजपा ने प्रदेश स्तर तक मामले को पहुंचाया है। अगर वीडियो सही हुआ तो निश्चित कार्यवाही की जाएगी।

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जबलपुर। मध्यप्रदेश के जलबपुर में पदस्थ जालसाज बाबू की करोड़ों रुपए गबन के लिए अजीब करतूत सामने आई है। लग्जरी लाइफ के शौकीन बाबू संदीप शर्मा ने दस्तावेजों में छेड़छाड़ कर 44 हजार की सैलरी को 4 लाख 44 हजार कर करोड़ों रुपए का वारा न्यारा कर दिया। मामले का खुलासा होने के बाद संदीप शर्मा समेत तीन लोगों को निलंबित कर दिया है।
दरअसल मामला संयुक्त संचालक क्षेत्रीय कार्यालय का है जहां पदस्थ बाबू संदीप शर्मा पर कर्मचारियों को फर्जी तरीके से रिटायर्ड कर उनकी ग्रेच्यूटी और अन्य राशि हड़पने का आरोप है। करीब 7 करोड रुपए से ज्यादा का गबन का आरोप है। यूपी, राजस्थान में भी रिश्तेदारों के नाम संपति की बात कही जा रही है। पत्नी के नाम भी बड़ी राशि ट्रांसफर करने की बात सामने आ रही है। मामले में सायबर और आईटी एक्सपर्ट की मदद ली जा रही है। आरोपी बाबू पिछले 4 साल से गड़बड़झाला कर रहा था। कुछ दिनों पहले ही कलेक्ट्रेट के कोषालय से गड़बड़ी पकड़ी गई है। 28 फरवरी को वरिष्ठ कोषालय अधिकारी विनायिका लकरा ने पहले गड़बड़ी पकड़ी थी।
पहली बार 8 लाख रुपए के बिल में गड़बड़ी होने की आशंका पर छानबीन की गई। छानबीन की कड़ियां सुलझाते सुलझाते घोटाले का आंकड़ा 7 करोड रुपए के पार पहुंचा है। घोटालेबाज आरोपी संदीप शर्मा अभी फरार चल रहा है। जिले के साथ राज्य स्तरीय टीम मामले की छानबीन कर रही है। सहायक संचालक प्रिया विश्नोई और वरिष्ठ संपरीक्षक अमित तिवारी ने संदीप शर्मा को अपनी आईडी दे रखी थी। संदीप शर्मा उसी आईडी के जरिए पूरा गड़बड़झाला किया है। कलेक्टर दीपक सक्सेना ने कहा कि मामले की जांच राज्य स्तर पर गठित समिति कर रही है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। मामले में एफआईआर भी दर्ज की जाएगी।

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जबलपुर। मध्य प्रदेश की जबलपुर हाईकोर्ट ने हाईप्रोफाइल रेप मामले में बड़ा फैसला सुनाया है। चार्जशीट के बिना ही आरोपी वकील को जमानत दे दी। कोर्ट ने माना की दोनों के बीच सहमति से संबंध बने। इसलिए इसे रेप नहीं माना जाएगा। अदालत ने यह भी कहा कि जेल में रखकर केस की इन्वेस्टिगेशन की कोई जरूरत नहीं है। रेप के एक हाई प्रोफाइल मामले में मध्य प्रदेश हाई कोर्ट ने बिना चालान सीट के ही आरोपी बनाए गए वकील को जमानत दे दी। यही नहीं कोर्ट ने यह भी कहा कि इस केस में आरोपी वकील को जेल के अंदर रखकर इन्वेस्टिगेशन करने लायक कुछ नहीं बचा है। दरअसल, मामला भोपाल जिले के रहने वाले आरोपी वकील और शिकायतकर्ता महिला का है। महिला ने रायसेन जिले के मंडीदीप थाने में जनवरी में शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके साथी वकील ने उसके साथ रात को नशे की हालत में बलात्कार किया।
हाईकोर्ट में पूरे ट्रायल के दौरान आरोपी वकील की ओर से पैरवी कर रही अधिवक्ता पंखुरी विश्वकर्मा ने कोर्ट को बताया कि महिला ने जिस तरह से आरोपी वकील पर बलात्कार के आरोप लगाए हैं वह कहीं से भी जायज नहीं है। महिला वकील पंखुरी विश्वकर्मा ने कोर्ट ने को बताया कि शिकायतकर्ता महिला और आरोपी वकील के बीच में पहले से दोस्ताना संबंध के साथ व्यापारिक रिश्ते भी है। HC ने यह भी पाया कि शिकायतकर्ता महिला आरोपी के पास खुद फोन कर पहुंची थी और दोनों रात को लॉन्ग ड्राइव पर निकले और इसी दौरान दोनों के बीच में सारी चीज हुई जो कि रेप की श्रेणी में नहीं आता।
शिकायतकर्ता महिला ने इसके पहले भी आरोपी वकील के खिलाफ दो बार चेक बाउंस और पैसे के विवाद को लेकर एफआईआर कराई थी, जिसमें कोर्ट ने भी यह पाया है कि शिकायतकर्ता महिला और आरोपी वकील के बीच विवाद को रेप केस का रूप देने की कोशिश है।
शिकायतकर्ता महिला ने खुद को मध्य प्रदेश मानव अधिकार संघ का सचिव बताया है। महिला और आरोपी वकील के बीच में लंबे समय से प्याज का बिजनेस है और दोनों के बीच में बिजनेस में पैसे को लेकर कई बार विवाद हुआ था। घटना वाले दिन महिला ने आरोपी वकील को फोन लगाया और फिर दोनों रात को लॉन्ग ड्राइव पर निकले और इसी दौरान शराब का सेवन किया और दोनों के सहमति से संबंध बने, लेकिन इसका फायदा उठाकर शिकायतकर्ता महिला ने रेप का केस बनाने की कोशिश की।
हाईकोर्ट ने चालान डायरी पेश होने से पहले ही दो आरोपी को जमानत दे दी। 50 हजार के निजी मुचलके पर आरोपी वकील को जमानत मिली। कोर्ट ने कहा कि जेल में रखकर केस की इन्वेस्टिगेशन की कोई जरूरत नहीं है। आपको बता दें कि वकील भोपाल का रहने वाला है।
आरोपी के वकील पंखुरी विश्वकर्मा ने बताया कि न्यायालय ने रेप के आरोपी को जमानत दी है। खास बात यह है कि इस केस की चार्जशीट अभी फाइल नहीं हुई है। शिकायत का अवलोकन कर कोर्ट ने आरोपी को जमानत दी है। उन्होंने बताया कि आरोपी और महिला के बीच मटेरियल संबंध था। दोनों के बीच पार्टनरशिप में व्यापार था। बीच में पैसे के लेन देन को लेकर विवाद हुआ था। जिसका केस पहले से ही पेंडिंग था। इसी बीच महिला ने पैसों की बातचीत करने के लिए आरोपी को कॉल कर बुलाया। इस दौरान यह घटना हुई। महिला का आरोप था कि शराब पिलाकर उसका रेप किया गया है। फिलहाल कोर्ट ने आरोपी वकील को जमानत दे दी है।

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डबरा। जिले के भितरवार कस्बे में जमीनी विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। नगर परिषद के वार्ड 5 के भाजपा पार्षद जितेंद्र सिंह परिहार के परिवार ने नगर परिषद अध्यक्ष बलदेव अग्रवाल के भाई और व्यापारी देवेंद्र अग्रवाल के साथ मारपीट कर दी।
घटना रजिस्ट्रार कार्यालय के अंदर हुई, जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। फुटेज में पार्षद का भाई, अध्यक्ष के भाई को पीटते हुए साफ दिखाई दे रहा है। इतना ही नहीं, पार्षद परिवार ने व्यापारी के घर के बाहर हवाई फायरिंग भी की है। भितरवार थाना पुलिस ने व्यापारी देवेंद्र अग्रवाल की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आरोपियों में भाजपा पार्षद जितेंद्र सिंह परिहार के अलावा लल्लू परिहार, रघु परिहार और छोटू परिहार शामिल हैं। थाना प्रभारी अतुल सिंह सोलंकी ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। इस घटना के बाद क्षेत्र में राजनीतिक गतिविधियां तेज हो गई हैं। पार्षद और नगर परिषद अध्यक्ष के परिवार के बीच हुए इस विवाद ने स्थानीय राजनीति में हलचल मचा दी है और लोग भी दहशत में है कि पता नहीं कब बड़ी घटना घट जाए।