ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में कब्रिस्तान में बने गड्ढे में गिरने से भाई बहन की मौत हो गई थी। 18 दिन तक चली पुलिस की जांच के बाद ठेकेदार की लापरवाही सामने आई। दोषी मानते हुए उसके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। फिलहाल पुलिस आरोपी ठेकेदार के खिलाफ आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
दरअसल, ग्वालियर देहात मोहना थाना क्षेत्र के मोहना कस्बा में कब्रिस्तान के पास रहने वाले सोनू शाह, अपनी पत्नी, 5 वर्षीय बेटा सेजू खान और 3 साल की बेटी नैनू के साथ रहता था। 10 जुलाई को सोनू शाह का बेटा सेजू अपनी छोटी बहन नैनू के साथ घर के बाहर खेलने गया था। दोनों बच्चे खेलते-खेलते कब्रिस्तान की बाउंड्रीवॉल के पास पानी से भरे गड्ढे में गिर गए थे। जब दोनों बच्चे काफी देर तक घर लौटकर नहीं आए तो परिजन ने तलाश की। उनके शव पानी से भरे गड्ढे में तैरते मिले थे।
सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। दोनों बच्चों के शव को गड्ढे से निकलवाकर पीएम के लिए भेजा गया था। एक परिवार के दो मासूमों की मौत के बाद मोहना कस्बा के लोग आक्रोशित हो गए थे। उन्होंने थाना का घेराव किया था। पुलिस ने ठेकेदार पर कार्रवाई का आश्वासन दिया था तब जाकर लोग शांत हुए थे। पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि कब्रिस्तान की टूटी हुई बाउंड्रीवॉल को दोबारा बनवाने के लिए ठेकेदार दिनेश धाकड़ ने ठेका लिया था।
बाउंड्री बनवाने के लिए पानी की जरूरत थी। इसलिए ठेकेदार ने बाउंड्रीवॉल के पीछे एक गड्डा खुदवा दिया था। काम पूरा होने के बाद इस गड्ढे को भरवाया नहीं गया। गड्ढे में बरसात का पानी भर गया और पानी से भरे गड्ढे में बच्चे खेलते-खेलते गिर गए थे। जिस कारण उनकी मौत हो गई थी।
पुलिस ने इस मामले में 18 दिन की जांच के बाद माना कि गड्ढे को लापरवाही से खुला छोड़ा गया। जिस वजह से दो मासूम बच्चों की डूबने से मौत हुई थी। पुलिसन ने इस हादसे के लिए ठेकेदार को जिम्मेदार मानते हुए उस पर लापरवाही बरतने का मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी है।
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