भोपाल। मध्य प्रदेश के सिंगरौली जिले में खुद की जमीन से अवैध रेत का परिवहन रोकने गए आदिवासी किसान की रेत माफिया द्वारा ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी गई। वारदात के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया। वहीं अब इस मामले में प्रदेश की सियासत गरमा गई है। कांग्रेस ने इसे लेकर सरकार को घेरा है।
सिंगरौली वाली घटना पर पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने X पर ट्वीट करते हुए कहा कि एमपी में आदिवासी अत्याचार की एक और जघन्य घटना। सिंगरौली जिले के गन्नई गांव के गरीब आदिवासी भाई इंद्रपाल अगरिया के ऊपर बीती रात्रि को रेत माफियाओं ने ट्रैक्टर चढ़ाया जिससे आदिवासी भाई की मौत हो गई। उन्होंने मुख्यमंत्री से सवाल करते हुए पूछा कि प्रदेश में आदिवासियों पर अत्याचार कब रुकेगा।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर ट्वीट करते हुए लिखा कि रेत माफिया ने आदिवासी युवक को कुचलकर मार दिया। सिंगरौली के देवसर विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक के समर्थित लाले प्रसाद मंडल और रामधनी यादव ने एक आदिवासी युवक को इसलिए कुचल दिया, क्योंकि उसने इनका विरोध किया था।गन्नई के आदिवासी युवक इंद्रपाल अगरिया ने अपनी खड़ी फसल के खेत से इन दोनों को ट्रैक्टर ले जाने से रोका, तो रेत माफिया ने उसे ट्रैक्टर से रौंद दिया।
सिंघार ने अपने ट्वीट में आगे लिखा कि पुलिस और प्रशासन को शनिवार रात की इस घटना की जानकारी है, पर पुलिस दबाव में चुप है। सिंघार ने कहा मुख्यमंत्री जी BJP विधायक से जुड़े इन रेत माफिया पर तत्काल कड़ी कार्यवाही की जाए! साथ ही पीड़ित आदिवासी परिवार को हरसंभव मदद भी दें।
सिंगरौली में आदिवासी किसान की मौत मामले में कांग्रेस के बयान पर बीजेपी ने पलटवार किया है। बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता शिवम शुक्ला ने कहा कि मामले में दोनों ही वर्ग आदिवासी है। पीड़ित और घटना करने वाले दोनों ही आदिवासी वर्ग के हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वर्ग संघर्ष चाहती है, और सिर्फ भड़काने का काम कर रही है। स्थानीय प्रशासन और शासन अपने स्तर पर काम कर रहा है। प्रदेश में किसी भी वर्ग की अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं है।
यह है पूरा मामला -सिंगरौली जिले में खुद की जमीन से अवैध रेत का परिवहन रोकने गए आदिवासी किसान की ट्रैक्टर से कुचलकर हत्या कर दी गई। आरोपी ड्राइवर ट्रैक्टर छोड़कर मौके से भाग निकला। मामला बरका चौकी क्षेत्र के गन्नई गांव में रविवार रात का है। मृतक किसान की पहचान इंद्रपाल अगरिया (46) के रूप में हुई है। रेत माफिया से जुड़े लोग गन्नई गांव से निकलने वाली पटीर नदी से रेत का अवैध उत्खनन कर इंद्रपाल के खेत से जबरदस्ती ट्रैक्टर निकाल रहे थे। खेत में लगी धान की फसल को खराब होता देख इंद्रपाल ने आपत्ति जताई तो आरोपियों ने उसे ट्रैक्टर से कुचल दिया। उसकी मौके पर ही मौत हो गई।